मील का पत्थर साबित होगा नेत्र कुंभ: ब्रजेश पाठक
लखनऊ, 9 जनवरी: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने संगम स्थल पर आयोजित नेत्र कुंभ का निरीक्षण किया और इसे आने वाले समय में एक मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि इस नेत्र कुंभ का उद्देश्य लाखों लोगों को मुफ्त चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना है।
निरीक्षण और व्यवस्थाओं की जानकारी
डिप्टी सीएम ने नेत्र कुंभ में मरीजों से भेंट कर चिकित्सकीय व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि नेत्र कुंभ में मरीजों को मुफ्त इलाज, ऑपरेशन, दवाएं और चश्मे दिए जा रहे हैं। हर दिन 10,000 मरीजों के नेत्र जांच की व्यवस्था की गई है। इस कुंभ का लक्ष्य 3 लाख चश्मों का वितरण और 5 लाख लोगों का ओपीडी में इलाज करना है।
विशाल नेत्र कुंभ का आयोजन
संगम स्थल पर 10 एकड़ में फैले इस नेत्र कुंभ में विशेष इंतजाम किए गए हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि नेत्र संबंधित बीमारियों से पीड़ित किसी भी मरीज को असुविधा न हो, इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने बताया कि नेत्र कुंभ महाकुंभ का अहम हिस्सा है और लाखों श्रद्धालुओं को इसका लाभ मिलेगा।
डिप्टी सीएम ने कराई नेत्र जांच
नेत्र कुंभ के दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने खुद अपने नेत्रों की जांच कराई और चिकित्सकीय देखरेख में चश्मा भी लिया। यह कदम उन्होंने लोगों को जागरूक करने और चिकित्सा सेवाओं की उपयोगिता को दर्शाने के लिए उठाया।
50 तरह के निःशुल्क टेस्ट की सुविधा
डिप्टी सीएम ने बताया कि परेड ग्राउंड में स्थापित केंद्रीय अस्पताल में 50 से अधिक तरह के टेस्ट निःशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं। ईसीजी की सुविधा और सेंट्रल पैथोलॉजी लैब का संचालन शुरू हो चुका है। श्रद्धालुओं के लिए बुधवार को पीओसीटी पैथोलॉजी लैब का शुभारंभ भी किया गया।
एआई तकनीक का उपयोग
डिप्टी सीएम ने बताया कि नेत्र कुंभ में डॉक्टर और मरीज के बीच भाषा की बाधा को दूर करने के लिए एआई तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इसके जरिए डॉक्टर और मरीज 22 क्षेत्रीय और 19 विदेशी भाषाओं में संवाद कर सकते हैं।
रेलवे स्टेशनों पर विशेष इंतजाम
महाकुंभ के दौरान लाखों यात्रियों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए प्रयागराज और आसपास के रेलवे स्टेशनों पर मेडिकल ऑब्जर्वेशन रूम स्थापित किए गए हैं। ये रूम 24 घंटे काम करेंगे, जिनमें डॉक्टर, नर्स और फार्मासिस्ट की तैनाती की गई है।
सारांश
नेत्र कुंभ महाकुंभ का एक महत्वपूर्ण पहलू है, जो न केवल लाखों लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा, बल्कि चिकित्सा क्षेत्र में एक नया मानदंड भी स्थापित करेगा। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इस आयोजन को समाज के लिए अत्यंत लाभकारी बताते हुए इसे ऐतिहासिक पहल करार दिया।