लखनऊ में हत्या की साजिश: प्रेमिका के पिता की जगह गलती से मारा बेगुनाह
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। यहां एक शख्स ने अपनी प्रेमिका के पति और पिता को मारने के लिए सुपारी किलर को हायर किया, लेकिन गलती से उसने किसी और को ही मार डाला। पुलिस ने जब इस हत्याकांड की जांच शुरू की तो मामले का खुलासा हुआ। जांच से जो सामने आया उससे पुलिस भी चौंक गई। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर अलग-अलग धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस जांच में क्या आया सामने?
पुलिस ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल एक देसी तमंचा, 14 जिंदा कारतूस, तीन सेलफोन और एक बाइक बरामद की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी रवीना त्यागी ने बताया कि पुलिस ने 30 दिसंबर को लखनऊ के मदेहगंज में एक शव बरामद किया। मृतक की पहचान मोहम्मद रिजवान के रूप में हुई और मामला दर्ज कर लिया गया। उन्होंने कहा, “हमारी निगरानी टीम, विशेष अभियान समूह और स्थानीय पुलिस ने जांच शुरू की और तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वे आफताब अहमद, यासिर और कृष्णकांत हैं।”
क्या है पूरा मामला?
अधिकारी ने बताया कि आफताब अहमद मुख्य आरोपी था, जिसने हत्या की साजिश रची थी। “वह एक महिला के साथ रिलेशनशिप में है। उसने यासिर से संपर्क किया और कहा कि वह महिला के पति और पिता को मरवाना चाहता है। यासिर ने फिर कृष्णकांत को इस योजना में शामिल किया। वे 30 दिसंबर की रात को महिला के पिता इरफान की हत्या करने के लिए मदेहगंज पहुंचे। गलत पहचान या किसी अन्य कारण से उन्होंने मोहम्मद रिजवान की हत्या कर दी।” वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमने इस ब्लाइंड मर्डर का पर्दाफाश किया है और महत्वपूर्ण सबूत पाए हैं।”
हत्या की साजिश
आफताब अहमद ने अपनी प्रेमिका के पति और पिता को मारने की साजिश रची थी। उसने यासिर से संपर्क किया और उसे इस योजना में शामिल किया। यासिर ने फिर कृष्णकांत को इस योजना में शामिल किया। वे 30 दिसंबर की रात को महिला के पिता इरफान की हत्या करने के लिए मदेहगंज पहुंचे। लेकिन गलत पहचान या किसी अन्य कारण से उन्होंने मोहम्मद रिजवान की हत्या कर दी।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस हत्याकांड की जांच शुरू की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल एक देसी तमंचा, 14 जिंदा कारतूस, तीन सेलफोन और एक बाइक बरामद की है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी रवीना त्यागी ने बताया कि पुलिस ने 30 दिसंबर को लखनऊ के मदेहगंज में एक शव बरामद किया। मृतक की पहचान मोहम्मद रिजवान के रूप में हुई और मामला दर्ज कर लिया गया।
आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर अलग-अलग धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। वे आफताब अहमद, यासिर और कृष्णकांत हैं। पुलिस ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल एक देसी तमंचा, 14 जिंदा कारतूस, तीन सेलफोन और एक बाइक बरामद की गई है।
पुलिस की जांच
पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में मामला गलत पहचान का लगता है। जांच की जा रही है और जल्द ही इसका पता लगा लिया जाएगा। पुलिस ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल एक देसी तमंचा, 14 जिंदा कारतूस, तीन सेलफोन और एक बाइक बरामद की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी रवीना त्यागी ने बताया कि पुलिस ने 30 दिसंबर को लखनऊ के मदेहगंज में एक शव बरामद किया। मृतक की पहचान मोहम्मद रिजवान के रूप में हुई और मामला दर्ज कर लिया गया।
यह मामला एक बार फिर से यह साबित करता है कि अपराध की दुनिया में गलत पहचान और गलतफहमी के कारण कितनी बड़ी त्रासदी हो सकती है। पुलिस की तत्परता और जांच के कारण इस मामले का पर्दाफाश हो सका और आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सका। यह घटना हमें यह सिखाती है कि अपराध का रास्ता कभी भी सही नहीं होता और इसके परिणाम हमेशा भयानक होते हैं।