लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद की कार्यवाही के दौरान विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। बजट सत्र के दौरान विपक्ष को निशाने पर लेते हुए सीएम योगी ने कहा कि हर अच्छे काम में ये लोग रोड़े अटकाते हैं, विघ्न पैदा करने की कोशिश करते हैं और बाद में लाइन पर आ जाते हैं।
महाकुंभ आयोजन पर सवाल
सीएम योगी ने महाकुंभ आयोजन को लेकर विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के आयोजन के पहले कई प्रकार की बातें कही जा रही थीं। सवाल उठाए जा रहे थे कि 40 करोड़ लोग आ जाएंगे? आयोजन हो जाएगा? अब जब लोग आ गए तो इनकी भाषा बदल गई है। उन्होंने कहा कि 2019 के कुंभ में हमारी कैबिनेट ने प्रयागराज पहुंचकर त्रिवेणी में डुबकी लगाई थी और इस बार भी पूरा मंत्रिमंडल वहां गया। प्रयागराज में विकास की योजनाओं की रूपरेखा रखी गई और इसे वैश्विक स्तर के बड़े आयोजन के रूप में स्थापित करने के कार्यक्रमों पर विस्तार से चर्चा की गई।
विपक्ष पर उपहास का आरोप
सीएम योगी ने कहा कि किसी भी काम को करने के लिए आपको तीन अवस्थाओं से गुजरना पड़ता है। इसमें एक अवस्था आलोचना की होती है। उन्होंने कहा कि जब अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के मंदिर के निर्माण का कार्यक्रम चलाया गया, तब भी और प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन का कार्यक्रम शुरू हुआ, तब भी विरोधी प्रारंभ में हमारा उपहास उड़ाते थे। सवाल किया जाता था कि क्या वहां राम मंदिर का निर्माण कर देंगे?
राम मंदिर आंदोलन पर विपक्ष का विरोध
सीएम योगी ने कहा कि हम लोग कहते थे कि संघर्ष तो इसी बात का है। हम जरूर सफल होंगे। हमारा विश्वास अपने आप पर है, ईश्वर की कृपा पर है और अपने नेतृत्व में विश्वास है। राम मंदिर आंदोलन थोड़ा आगे बढ़ा तो विरोध शुरू कर दिया गया। हर स्तर पर विरोध किया गया। सवाल वही था, क्या मंदिर बन जाएगा? मंदिर का निर्माण शुरू हुआ तो रोड़े अटकाने लगे।
विवेकाधीन कोटे पर बात
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय कैशलेस निशुल्क स्वास्थ्य निधि के तहत मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही। एक सवाल के जवाब में सीएम योगी ने कहा कि हर विधायक और विधान परिषद सदस्य को स्वयं की निधि से भी हर वर्ष एक निश्चित राशि एक पीड़ित व्यक्ति को सहायता के लिए दी जाती है। स्वास्थ्य योजनाओं के दायरे से बाहर के रोगियों को इससे मदद की जा सकती है। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोटे से भी पिछले करीब पौने आठ वर्ष के भीतर बिना भेदभाव के एक निश्चित धनराशि दी गई है। इसमें न किसी की जाति देखी जाती है, न क्षेत्र और न भाषा। जिलाधिकारी अगर रिपोर्ट भेजता है तो 3 दिन के भीतर वह राशि परिवार को मुहैया कराई जाती है।
समाजवादी पार्टी सरकार पर तंज
पूर्व की समाजवादी पार्टी सरकार पर तंज कसते हुए सीएम योगी ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान केवल सपा से जुड़े लोगों को ही पैसा मिलता था। उन्होंने कहा कि आपके समय में क्या होता था? पैसा सरकार का और योजना का नाम समाजवादी कर दिया जाता था। समाजवादी बस सेवा इसका उदाहरण है। पेंशन सरकार का होता था, आप लोग नाम देते थे समाजवादी पेंशन स्कीम। विवेकाधीन कोटे का पैसा भी समाजवादी हो गया था। अब यह स्थिति नहीं है।
विवेकाधीन कोष पर अधिकार
सीएम योगी ने कहा कि विवेकाधीन कोष पर बिना भेदभाव के हर उत्तर प्रदेशवासी का अधिकार है। इसका असर आप लोग देखते होंगे। निश्चित समय सीमा के भीतर पैसा उपलब्ध कराया जाता है। अगर अतिरिक्त राशि की आवश्यकता होती है तो रिपोर्ट के आधार पर उसकी भी व्यवस्था होती है। सीएम योगी ने कहा कि एक मानव शरीर की क्षति परिवार के लिए तो होती है, लेकिन वह समाज और प्रदेश के लिए भी क्षति होती है। हम इस भाव के साथ काम कर रहे हैं।
मेडिकल कॉलेज की स्थिति
मेडिकल कॉलेज की स्थिति पर किए गए सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि आजादी के बाद से 2017 तक प्रदेश में केवल 17 सरकारी मेडिकल कॉलेज बन पाए थे। आज के समय में हम हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज के निर्माण के कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं। आप प्रोफेसर का मामला उठा रहे हैं। मेडिकल कॉलेज बने हैं। वहां बहुत से प्रोफेसर्स की तैनाती की गई है। मेडिकल कॉलेज में अच्छी फैकल्टी हो, सुपर स्पेशलिटी विभाग की व्यवस्था हो, इस पर भी तेजी के साथ काम किया जा रहा है। जिलाधिकारी को अधिकार दिया गया है कि अगर अच्छे चिकित्सक मिलते हैं तो उन्हें जिलों के पीएचसी-सीएचसी में तैनात करें।