आईआईटी वाले बाबा ने बदला हुलिया: दाढ़ी-मूंछ हटाकर क्यों हो गए क्लीव शेव?
प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के दौरान, आईआईटी वाले बाबा, अभय सिंह, का चेहरा अचानक बदल गया है। बाबा ने हाल ही में अपनी दाढ़ी और मूंछें हटाकर क्लीव शेव कर लिया है, और इसके पीछे उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण और भगवान शंकर का कनेक्शन बताया है।
अभय सिंह की कहानी
अभय सिंह, जिन्होंने 2008 में आईआईटी बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की थी, अब महाकुंभ में अपने अनोखे रूप के कारण चर्चा में हैं। वह लगातार मीडिया चैनलों और यूट्यूबर्स के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं, और उनके इंटरव्यू लेने के लिए लोग बेताब हैं। लेकिन हाल ही में उनके द्वारा दाढ़ी और मूंछ हटाने के निर्णय ने सभी को चौंका दिया है।
दाढ़ी-मूंछ हटाने का कारण
बाबा अभय सिंह ने जब खुद को क्लीव शेव किया, तो कुछ यूट्यूबर्स ने उनका वीडियो बनाया। जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने यह निर्णय क्यों लिया, तो उनका कहना था, “भगवान श्रीकृष्ण भी क्लीव शेव रहते थे और भगवान शंकर ने भी दाढ़ी नहीं रखी थी। इसलिए कोई उन्हें श्रीकृष्ण बाबा या योगी नहीं बोलता था। इसी कारण से मैंने भी खुद को क्लीव शेव कर लिया है।”
भगवान श्रीकृष्ण और शिव का कनेक्शन
बाबा से जब पूछा गया कि क्या अब वह खुद को शिव और श्रीकृष्ण के रूप में दिखाना चाहते हैं, तो उन्होंने कहा, “भगवान तो सभी के अंदर हैं, तो सभी को पता क्यों नहीं हैं। अगर सभी भगवान हैं, तो हमें क्यों नहीं पता हम भगवान हैं। मैं उस सच्चाई को बोल रहा हूं। अहम ब्रह्मास्मि तो बोल ही रहा हूं। यही बात तो शंकराचार्य ने भी बोला था। तब किसी ने उनसे क्यों नहीं पूछा कि वह खुद को भगवान बता रहे हैं।”
नया रूप और महाकुंभ
महाकुंभ नगर में आईआईटी वाले बाबा का नया रूप लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। उनकी क्लीव शेव अवतार ने न केवल उन्हें एक नई पहचान दी है, बल्कि उनके संदेश को भी और मजबूत किया है। बाबा का कहना है कि उनका नया रूप उनके अंदर की सच्चाई को और स्पष्ट रूप से दर्शाता है।
अभय सिंह का शिक्षण और आध्यात्मिक यात्रा
अभय सिंह का सफर आईआईटी बॉम्बे से लेकर महाकुंभ तक का रहा है। उन्होंने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और एक सफल करियर की ओर बढ़े। लेकिन उनकी आध्यात्मिक खोज ने उन्हें एक अलग राह पर ला खड़ा किया। वह अब महाकुंभ में लोगों को अपने विचार और सिद्धांतों से जागरूक कर रहे हैं।
जनता की प्रतिक्रिया
बाबा के इस नए रूप पर जनता की प्रतिक्रिया भी दिलचस्प रही है। कुछ लोग उनकी इस नई पहचान को सराह रहे हैं और इसे उनके साहसिक निर्णय का प्रतीक मान रहे हैं। वहीं कुछ लोग उनकी इस हरकत को एक पब्लिसिटी स्टंट के रूप में देख रहे हैं। लेकिन जो भी हो, बाबा का यह नया अवतार निश्चित रूप से लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
मीडिया का आकर्षण
महाकुंभ में बाबा की लोकप्रियता के कारण मीडिया भी उन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। तमाम चैनल्स और यूट्यूबर्स बाबा का इंटरव्यू लेने के लिए उत्सुक हैं। बाबा का नया रूप और उनके विचार लोगों को आकर्षित कर रहे हैं और इससे उनकी फॉलोविंग में भी इजाफा हो रहा है।
आध्यात्मिक संदेश
बाबा अभय सिंह के अनुसार, “हम सभी के अंदर भगवान हैं। हमें अपने अंदर की शक्ति को पहचानना चाहिए और उसे जागृत करना चाहिए। अगर हम अपने अंदर के भगवान को पहचान लेंगे, तो हमारी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव आएंगे।”
भविष्य की योजना
बाबा अभय सिंह का कहना है कि वह अपने आध्यात्मिक संदेश को और अधिक लोगों तक पहुंचाने की योजना बना रहे हैं। वह महाकुंभ के बाद भी विभिन्न जगहों पर जाकर लोगों को जागरूक करना चाहते हैं। उनका कहना है कि उनका लक्ष्य लोगों को उनके अंदर की सच्चाई को पहचानने में मदद करना है।
निष्कर्ष
आईआईटी वाले बाबा अभय सिंह का क्लीव शेव अवतार और उनका आध्यात्मिक संदेश दोनों ही महाकुंभ 2025 के दौरान चर्चा का विषय बने हुए हैं। उनके इस नए रूप ने न केवल उन्हें एक नई पहचान दी है, बल्कि उनके विचारों को भी और मजबूती प्रदान की है। बाबा का कहना है कि वह लोगों को उनके अंदर के भगवान को पहचानने में मदद करना चाहते हैं और यही उनकी यात्रा का मुख्य उद्देश्य है।