भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांच मैचों की श्रृंखला में अब तक हुए मुकाबलों ने क्रिकेट प्रशंसकों का ध्यान खींचा है। श्रृंखला वर्तमान में 1-1 से बराबरी पर है और गुरुवार से मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में शुरू होने वाले बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच को निर्णायक माना जा रहा है। पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने भारत को इस मुकाबले में जीत का प्रबल दावेदार बताया है। उन्होंने न केवल भारत के प्रदर्शन की सराहना की, बल्कि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की भूमिका को भी इस मुकाम तक पहुंचाने में अहम बताया।
भारत की बढ़त और आत्मविश्वास
रवि शास्त्री का मानना है कि भारत ने अब तक ऑस्ट्रेलिया के कमजोर शीर्ष क्रम का बेहतरीन तरीके से फायदा उठाया है। न्यूज़.कॉम.एयू से बातचीत करते हुए शास्त्री ने कहा, “श्रृंखला अभी जिस मुकाम पर है, उसमें मुझे लगता है कि भारत बढ़त पर है। पर्थ, एडिलेड और ब्रिस्बेन में खेलने के बाद यदि कोई विदेशी टीम 1-1 की बराबरी पर हो, तो यह उसके लिए प्रेरणादायक स्थिति होती है। बॉक्सिंग डे टेस्ट से पहले भारत की यह स्थिति काफी मजबूत है, और टीम आत्मविश्वास से मैदान में उतर सकती है।”
भारतीय टीम का प्रदर्शन खासकर तेज गेंदबाजी विभाग में शानदार रहा है। जसप्रीत बुमराह ने अपनी धारदार गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को मुश्किलों में डाला है। शास्त्री ने बुमराह की तारीफ करते हुए कहा, “उस व्यक्ति (बुमराह) ने एक तरह से अकेले दम पर भारत को इस स्थिति में पहुंचाया है।”
ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम की कमजोरियां
शास्त्री ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के शीर्ष क्रम को कमजोर बताया और इस पर भारत द्वारा किए गए प्रहारों की प्रशंसा की। ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम में उस्मान ख्वाजा, नाथन मैकस्वीनी और मार्नस लाबुशेन जैसे खिलाड़ी शामिल हैं, लेकिन इनका प्रदर्शन अब तक प्रभावशाली नहीं रहा। बुमराह की घातक गेंदबाजी के कारण ऑस्ट्रेलियाई टीम को अपने संयोजन में बदलाव करने पड़े हैं। शास्त्री ने इस पर कहा, “मुझे अभी ऑस्ट्रेलिया का शीर्ष क्रम कमजोर नजर आ रहा है। भारत ने इसका फायदा उठाया है और आगे भी करेगा।”
ऑस्ट्रेलिया को मजबूर होकर युवा सलामी बल्लेबाज सैम कोन्स्टास को पदार्पण का मौका देना पड़ा। यह दर्शाता है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने बल्लेबाजी क्रम को लेकर अभी भी असमंजस में है।
श्रृंखला का अब तक का प्रदर्शन
श्रृंखला के पहले तीन मैचों में भारत और ऑस्ट्रेलिया ने बराबरी का मुकाबला किया है। भारत ने एडिलेड में पहला टेस्ट जीतकर शानदार शुरुआत की, लेकिन पर्थ में खेले गए दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने वापसी की। तीसरे टेस्ट में ब्रिस्बेन में मुकाबला बराबरी पर छूटा, जिससे श्रृंखला 1-1 की स्थिति में पहुंच गई।
भारत की तेज गेंदबाजी ने हर मैच में टीम के लिए अहम भूमिका निभाई है। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर की तिकड़ी ने लगातार दबाव बनाया है, जिससे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बड़े स्कोर बनाने में नाकाम रहे हैं।
बॉक्सिंग डे टेस्ट की रणनीतियां
बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच क्रिकेट कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। एमसीजी की पिच आमतौर पर तेज गेंदबाजों को मदद करती है, लेकिन बल्लेबाजों के लिए भी यहां रन बनाने के अवसर होते हैं। शास्त्री ने कहा कि भारत को अपनी मौजूदा रणनीतियों पर बने रहना चाहिए और ऑस्ट्रेलिया के कमजोर शीर्ष क्रम पर आक्रमण करना चाहिए।
भारत की बल्लेबाजी में चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और शुभमन गिल जैसे बल्लेबाजों की भूमिका अहम होगी। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया को अपने बल्लेबाजी क्रम में सुधार करना होगा, खासकर शीर्ष क्रम में।
जसप्रीत बुमराह का प्रभाव
जसप्रीत बुमराह को वर्तमान श्रृंखला में भारत की सफलता का केंद्रबिंदु माना जा रहा है। बुमराह ने अपनी सटीक लाइन और लेंथ के साथ ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया है। उन्होंने अब तक महत्वपूर्ण विकेट चटकाए हैं और विरोधी टीम पर दबाव बनाए रखा है।
शास्त्री ने कहा, “बुमराह का प्रदर्शन भारत के लिए निर्णायक रहा है। उन्होंने न केवल विकेट लिए हैं, बल्कि विरोधी टीम के स्कोर को नियंत्रित रखने में भी मदद की है।” बुमराह के साथ मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर ने भी बेहतरीन गेंदबाजी की है, जिससे भारतीय गेंदबाजी आक्रमण और मजबूत हुआ है।
ऑस्ट्रेलियाई टीम की चुनौतियां
ऑस्ट्रेलियाई टीम को अपने शीर्ष क्रम की समस्याओं का समाधान करना होगा। उस्मान ख्वाजा और मार्नस लाबुशेन जैसे खिलाड़ी अपेक्षित प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं। नाथन मैकस्वीनी को बाहर कर सैम कोन्स्टास को शामिल करना इस बात का संकेत है कि टीम को अपनी बल्लेबाजी में स्थिरता लाने की आवश्यकता है।
शास्त्री ने कहा कि यदि भारत ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम पर शुरू से ही दबाव बनाए रखता है, तो टीम को बढ़त हासिल करने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि ऑस्ट्रेलिया को अपनी रणनीतियों में बदलाव करना होगा, खासकर भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ।
बॉक्सिंग डे टेस्ट का महत्व
बॉक्सिंग डे टेस्ट न केवल श्रृंखला का चौथा मुकाबला है, बल्कि दोनों टीमों के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। भारत के पास इतिहास रचने का मौका है, जबकि ऑस्ट्रेलिया घरेलू मैदान पर अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए खेलेगा। एमसीजी में दर्शकों की उपस्थिति और पिच की परिस्थितियां इस मुकाबले को और रोचक बनाएंगी।
रवि शास्त्री का मानना है कि भारत के पास इस समय आत्मविश्वास और रणनीतिक बढ़त है। जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी और टीम की सामूहिक प्रदर्शन क्षमता ने भारत को एक मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया है। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया की टीम भी वापसी करने की क्षमता रखती है और अपने घरेलू मैदान पर चुनौती पेश करेगी।
बॉक्सिंग डे टेस्ट दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण होगा, और क्रिकेट प्रशंसकों को उम्मीद है कि यह मुकाबला रोमांच से भरपूर होगा। भारत यदि अपनी रणनीतियों पर कायम रहता है और जसप्रीत बुमराह अपनी शानदार फॉर्म जारी रखते हैं, तो टीम के पास यह मैच जीतने और श्रृंखला में बढ़त लेने का सुनहरा अवसर है।