6.89 करोड़ की लागत का निर्माण पहली बारिश में ही कमजोर
एयर फोर्स स्टेशन आगरा के परिसर में स्थित सिविल एयर टर्मिनल पहले से ही कई समस्याओं से जूझ रहा है। हाल ही में 6.89 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यात्री विश्राम ग्रह (लाउंज) मानसून की पहली बारिश में ही क्षतिग्रस्त हो गया। फॉल्स सीलिंग लटक गई है और छत में से पानी टपकने के चिन्ह स्पष्ट हैं। निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए सिविल सोसायटी ऑफ आगरा ने संबंधित एजेंसी से निरीक्षण की मांग की है।
कमजोर निर्माण पर चिंता
सिविल सोसायटी ऑफ आगरा ने इसे बेहद निम्न स्तर का निर्माण करार दिया है। सोसायटी का कहना है कि यात्रियों की सुविधा के लिए इसे तभी इस्तेमाल किया जाना चाहिए, जब इसकी मजबूती सुनिश्चित हो जाए।
यात्रियों की समस्याएं और बढ़ेंगी
इस यात्री लाउंज का उद्देश्य यात्रियों को सुविधाएं देना था, लेकिन इसकी मौजूदा स्थिति देखते हुए लगता है कि संचालन शुरू होने के साथ ही उनकी समस्याएं और बढ़ सकती हैं।
- लाउंज वायुसेना परिसर के अर्जुन नगर गेट से करीब 150 मीटर अंदर है।
- यात्रियों को गेट पर उतरकर लाउंज तक पैदल जाना होगा।
- सीआईएसएफ द्वारा दो बार व्यक्तिगत तलाशी और सामान जांच होगी।
यात्रियों और उनके वाहनों के लिए वायुसेना परिसर में प्रवेश नियमों का पालन अनिवार्य रहेगा, जिससे आवागमन और कठिन हो जाएगा।
अतिरिक्त आर्थिक भार
इस स्ट्रक्चर के लिए सिविल एन्क्लेव को हर महीने लगभग 14.70 लाख रुपये का लीज रेंट देना पड़ रहा है। इसके अलावा बिजली और पानी के खर्चे अलग हैं। कागजों पर यह लाउंज जनवरी 2024 से परिचालन के लिए तैयार था, लेकिन वर्तमान स्थिति में इसका उपयोग अभी तक नहीं हो सका है।
एडवाइजरी कमेटी की भूमिका पर सवाल
सिविल एयरपोर्ट एडवाइजरी कमेटी की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। सिविल सोसायटी ऑफ आगरा का कहना है कि अगर एमओयू साइन करने से पहले डॉक्यूमेंट्स की जांच गंभीरता से की जाती, तो मौजूदा स्थिति से बचा जा सकता था।
सिविल सोसायटी की मांग
सिविल सोसायटी ऑफ आगरा का कहना है कि जब यह लाउंज बन चुका है, तो इसे जल्द से जल्द मरम्मत कर चालू किया जाए।
- 9 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो चुके हैं।
- लाउंज को वायुसेना परिसर के बाहर अर्जुन नगर में बनाने का सुझाव पहले ही दिया गया था।
- सोसायटी का मानना है कि एयर कार्गो और कृषि उत्पादों के एयरलिफ्ट के लिए यह क्षेत्र उपयुक्त हो सकता है।
जनप्रतिनिधियों को जोड़ने का आग्रह
सिविल सोसायटी ने एयरपोर्ट डायरेक्टर से मुलाकात कर इस मुद्दे को जनप्रतिनिधियों और सत्तारूढ़ दल के नेताओं के साथ उठाने की मांग की है।
- वायुसेना परिसर में यात्रियों और वाहनों को बिना चेकिंग के आने-जाने की सुविधा देने का मुद्दा भी रखा गया।
- सोसायटी को विश्वास है कि जनप्रतिनिधियों के प्रयासों से समस्या का समाधान संभव है।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल:
डा. शिरोमणी सिंह (पूर्व पार्षद), राजीव सक्सेना, अनिल शर्मा और फोटो जर्नलिस्ट असलम सलीमी।
यह स्थिति स्पष्ट करती है कि यात्री विश्राम ग्रह की मौजूदा हालत न केवल निर्माण गुणवत्ता पर सवाल खड़े करती है, बल्कि हवाई यात्रियों की समस्याओं को भी बढ़ा सकती है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन और संबंधित अधिकारी इस समस्या का समाधान कितनी शीघ्रता से कर पाते हैं।