आगरा। एसएन मेडिकल कॉलेज, आगरा के प्रिंसिपल डॉ. प्रशांत गुप्ता के प्रेरक नेतृत्व और मार्गदर्शन में छात्रों की उपलब्धियों का सिलसिला जारी है। हाल ही में हमारे तीन छात्रों के आईसीएमआर-एसटीएस (शॉर्ट टर्म स्टूडेंटशिप) प्रस्तावों को स्वीकृति मिली है। इन प्रोजेक्ट्स के माध्यम से मेडिकल शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में छात्रों की मेहनत और फैकल्टी के सहयोग की सराहना की गई है।
तीन स्वीकृत प्रोजेक्ट्स
1. गौरी (एमबीबीएस 2022 बैच)
प्रोजेक्ट शीर्षक: “मेडिकल छात्रों में नींद की गुणवत्ता, कार्डियक स्वायत्त गतिविधि, आंखों की सूखापन और शैक्षणिक प्रदर्शन पर स्क्रीन समय के प्रभावों का मूल्यांकन: एक क्रॉस-सेक्शनल अध्ययन”
- मार्गदर्शक: फिजियोलॉजी विभाग की प्रोफेसर डॉ. दिव्या श्रीवास्तव।
- उद्देश्य: इस अध्ययन का उद्देश्य मेडिकल छात्रों पर अत्यधिक स्क्रीन समय के प्रभावों का विश्लेषण करना है। प्रोजेक्ट में छात्रों की नींद की गुणवत्ता, कार्डियक स्वायत्तता, आंखों की समस्याएं और शैक्षणिक प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
2. आन्या गोयल (एमबीबीएस 2023 बैच)
प्रोजेक्ट शीर्षक: “गर्भवती महिलाओं में एनीमिया और अन्य जटिलताओं के लिए जिम्मेदार आहार संबंधी आदतें।”
- मार्गदर्शक: स्त्री रोग विभाग की प्रोफेसर डॉ. अनु पाठक।
- उद्देश्य: यह अध्ययन गर्भवती महिलाओं में एनीमिया और आहार संबंधी आदतों के बीच संबंध की जांच करेगा। प्रोजेक्ट का फोकस पोषण जागरूकता और गर्भावस्था में स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करना है।
3. अमोघा डोगरा (एमबीबीएस 2023 बैच)
प्रोजेक्ट शीर्षक: “बाल चिकित्सा आयु समूह में घातक बीमारियों के लिए जोखिम कारक: एक पूर्वव्यापी अध्ययन।”
- मार्गदर्शक: बाल रोग विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मधु नायक।
- उद्देश्य: यह अध्ययन बाल चिकित्सा रोगियों में गंभीर बीमारियों के संभावित जोखिम कारकों की पहचान करेगा। इसके माध्यम से भविष्य में रोकथाम और उपचार के उपायों पर प्रकाश डाला जाएगा।
प्रिंसिपल डॉ. प्रशांत गुप्ता का संदेश
डॉ. प्रशांत गुप्ता ने छात्रों और उनकी फैकल्टी गाइड्स को इस उपलब्धि पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह हमारे संस्थान के शिक्षण और शोध में उत्कृष्टता की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने उम्मीद जताई कि ये प्रोजेक्ट्स मेडिकल क्षेत्र में समाज के लिए उपयोगी साबित होंगे।
एसएनएमसी में अनुसंधान की बढ़ती भूमिका
इस उपलब्धि ने एसएन मेडिकल कॉलेज को अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में एक बार फिर अग्रणी साबित किया है। यहां के छात्र और शिक्षक न केवल अपने संस्थान को गौरवान्वित कर रहे हैं बल्कि चिकित्सा क्षेत्र में नई सोच और प्रभावशाली बदलाव लाने में योगदान दे रहे हैं।
यह सफलता छात्रों के अथक प्रयास, गहन अध्ययन और फैकल्टी के उत्कृष्ट मार्गदर्शन का परिणाम है। इन प्रोजेक्ट्स से मिलने वाले परिणाम भविष्य की चिकित्सा पद्धतियों में सुधार और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में मददगार साबित होंग