भांजी पर मामी ने लगाया ढाई करोड़ रुपये ठगने का आरोप
आगरा। पारिवारिक रिश्तों के बीच पैसे का मामला इस कदर उलझ गया कि पुलिस आयुक्त तक शिकायत करनी पड़ी। लोहामंडी क्षेत्र की कविता गुप्ता ने अपनी भांजी निधि अग्रवाल और उनके परिवार पर ढाई करोड़ रुपये की ठगी का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
कैसे हुआ लेनदेन?
कविता गुप्ता के अनुसार, उनकी भांजी निधि और उनके परिवार ने पहले छोटे निवेशों पर भरोसा जीतने के लिए समय पर पैसा लौटाया। बाद में, बड़े मुनाफे का लालच देकर उनसे पैसे लिए गए। बताया गया कि यह रकम जेवर में एयरपोर्ट के पास जमीन और आगरा में एक होटल खरीदने में निवेश की जाएगी। वादा किया गया कि पैसा एक महीने में 10% और दो महीने में 20% मुनाफे के साथ लौटाया जाएगा।
रिश्तेदारों और मित्रों से जुटाई रकम
कविता ने अपने रिश्तेदारों और मित्रों से कुल मिलाकर ढाई करोड़ रुपये जुटाए और निधि के परिवार को दिए। निधि के परिवार ने पोस्ट-डेटेड चेक दिए, लेकिन दो महीने बाद भी रकम नहीं लौटी। जब पैसे की मांग की गई, तो निधि और उनके परिजन लड़ाई-झगड़े पर उतर आए और धमकी दी कि आयकर विभाग में फंसा देंगे।
धोखाधड़ी का दायरा बड़ा
कविता ने आरोप लगाया कि निधि का परिवार अन्य भोली-भाली महिलाओं को भी इसी प्रकार ठग चुका है। उनके अनुसार, परिवार ने आगरा शहर में आठ से दस करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है।
पोस्ट-डेटेड चेक हुए बाउंस
जो चेक निधि के परिवार ने कविता को दिए थे, वे बाउंस हो गए। इससे कविता को गहरा आघात लगा। उन्होंने बताया कि कई महिलाएं जिन्होंने पति से छुपाकर अपनी जमा-पूंजी उन्हें दी थी, अब उनसे रकम वापस मांग रही हैं।
आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत
कविता ने अपनी शिकायत में निधि अग्रवाल, उनके पति निखिल अग्रवाल, सास प्रियंका अग्रवाल, और अन्य रिश्तेदारों का नाम शामिल किया। उन्होंने इन सभी के पासपोर्ट रद्द करने और एफआईआर दर्ज करने की मांग की। पुलिस आयुक्त ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
आरोपी परिवार का पक्ष
हालांकि, आरोपी परिवार की ओर से कोई प्रतिक्रिया अभी तक सामने नहीं आई है। पुलिस इस मामले में सभी पक्षों से पूछताछ करेगी और सबूतों के आधार पर कार्रवाई करेगी।
क्या कहती है कानून व्यवस्था?
कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के धोखाधड़ी के मामलों में पुलिस जांच और कोर्ट की प्रक्रिया में समय लग सकता है। पोस्ट-डेटेड चेक के बाउंस होने पर आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 138 के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है।
पारिवारिक विवाद का बढ़ता चलन
ऐसे मामलों में, रिश्तों में दरार का मुख्य कारण आर्थिक लालच और भरोसे का टूटना होता है। यह घटना न केवल रिश्तों की गहराई पर सवाल उठाती है, बल्कि समाज में भरोसे के कमजोर होते बंधनों को भी उजागर करती है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस आयुक्त ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए लोहामंडी थाने को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने और जांच शुरू करने का निर्देश दिया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में आरोपों की सत्यता की पुष्टि के लिए बैंकिंग और लेनदेन के दस्तावेजों की जांच की जाएगी।
निष्कर्ष
यह मामला समाज में आर्थिक विवादों के बढ़ते प्रभाव और परिवारों के टूटते संबंधों का एक गंभीर उदाहरण है। कविता गुप्ता को उम्मीद है कि न्याय मिलेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। वहीं, पुलिस की जांच के बाद ही सच्चाई सामने आ पाएगी।