आगरा।
दिनाक ०९-११-२५ और १०-११-२५ को एसएन मेडिकल कॉलेज (SNMC) की एनेस्थीसिया विभाग द्वारा, प्रिंसिपल डॉ (प्रॉफ) प्रशांत गुप्ता के मार्ग दर्शन में एडवांस्ड कार्डियोवैस्कुलर लाइफ़ सपोर्ट(ACLS) और बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) का प्रशिक्षण दिया गया जिसमे ९४ पोस्टग्रेजुएट जूनियर रेसिडेंट डॉक्टर ने हिस्सा लिया ।
इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य आपात स्थिति में सही समय पर और तुरंत मदद कैसे दी जा सकती है, ताकि किसी की जान बचाई जा सके। इस प्रशिक्षण के दौरान सभी को “हर कोई किसी की जिंदगी बचाने में मदद कर सकता है” की भावना को सशक्त रूप से प्रेरित किया गया।
इस प्रशिक्षण में BLS के तीन मुख्य घटक – Circulation (रक्त प्रवाह), Airway (वायुमार्ग), और Breathing (सांस लेना) को, जिन्हें C-A-B कहा जाता और ACLS के मुख्य घटक कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर), स्वचालित बाहरी डिफ़िब्रिलेटर (AED) का इस्तेमाल, ऑक्सीजन थेरेपी, असामान्य हृदय ताल (arrhythmias) का इलाज, एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम (ए सी एस) एवं स्ट्रोक के लिए दी जाने वाली दवाइयां और अमेरिकन हेल्थ एसोसिएशन की निर्मंडित गाइडलाइन्स का इस्तेमाल विस्तार से सिखाया गया। इनका सही तरीके से उपयोग करना बेहद आवश्यक होता है, खासकर जब किसी व्यक्ति को दिल का दौरा या सांस लेने में कठिनाई हो रही हो।
इस प्रशिक्षण में ये भी बताया गया की खाने का कण या अन्य बाहरी वस्तु गले में फंसने जैसी आपातकालीन स्थिति में ,ख़ास कर बच्चो में, इसे हटाने के लिए सही तकनीक का प्रशिक्षण कराया गया । इसे हेमलिच मैनुवर कहते हैं, जिसमें पेट पर दबाव डालकर फंसी हुई वस्तु को बाहर निकाला जाता है।
इस प्रशिक्षण के कार्यकर्ता की प्रमुख संचालक डॉ अर्चना अग्रवाल रही जिन्होंने बीएलएस के महत्व पर लेक्चर लिया एवं वक्ता के रूप में डॉ योगिता द्विवेदी, डॉ दीपिका चौबे, डॉ सुप्रिया, डॉ मंजरी बंसल, डॉ अंकिता जयसवाल, डॉ रजनी यादव , डॉ मधु नायक, डॉ सूर्याकमल, डॉ चंद्रप्रकाश और डॉ अनुभव गोयल उपस्थित रहे एवं डमी पर प्रशिक्षण का पर्यवेक्षण किया।