महिलाओं के जीवन के संघर्ष और चुनौतियों पर आधारित वागीश कुमार सिंह द्वारा लिखित नाटक ‘तलाश’ की बेहतरीन प्रस्तुति ने यूथ हॉस्टल के सभागार में उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया।
यह प्रस्तुति नाट्यकर्म थिएटर के संयोजन में आयोजित दो दिवसीय नाट्य महोत्सव के प्रथम दिन के कार्यक्रम की हिस्सा थी। दो दिवसीय नाट्य महोत्सव को “आईना” नाम से संबोधित किया जा रहा है यह पूरा महोत्सव महिलाओं पर केंद्रित है। महोत्सव के पहले दिन 9 नवंबर को कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वति वंदना से की गई जिसकी प्रस्तुती शिवांगी दुबे ने दी।
मुख्य अतिथि मुकेश वर्मा (पूर्व कार्यक्रम अधिशासी आकाशवाणी) श्रवण कुमार (युवा अध्यक्ष) का सम्मान किया गया, उसके बाद वागीश कुमार का नाटक “तलाश” प्रस्तुत किया गया।
इस नाटक में मां-बेटी एक दूसरे को अपना- अपना सच दिखाने का प्रयास कर रहीं हैं। लेकिन समझने मे असमर्थ हैं । जिसमें मां की भूमिका में मन्नू शर्मा, पार्थिव पाराशर ने बेटी की भूमिका निभाई। नव्या ओम ने कविता पाठ किया , संगीत संचालन और सह निर्देशन रहा तुषार वर्मा का, प्रकाश परिकल्पना की चंद्र शेखर ने, नाटक का संचालन किया नंदिता गर्ग ने , इस नाटक का निर्देशन मन्नू शर्मा द्वारा किया गया है। कार्यक्रम संयोजन डॉ विजय शर्मा ने किया।
इस मौके पर वरिष्ठ सांस्कृतिक कर्मी अनिल शुक्ल, दिलीप रघुवंशी, हर्ष कुमार, अनिल शर्मा छाँव फाउंडेशन के निदेशक आशीष शुक्ला, जेंडर रिमाइंडर से डॉ विजय शर्मा,आशीष मोहन SSW से रोमी चौहान,,मालती कुशवाह,अभिजीत सिंह, महेश धाकड , राहुल सिंह,अनिल जैन, सचिन गुप्ता, वाई एस एस से रामभरत उपाध्याय सहित कई गणमान्यजन मौजूद रहे ।
महोत्सव को सफल बनाने में जेंडर रिमाइंडर, छांव फाउंडेशन, दैनिक भास्कर, वाईएसएस, एसएसडब्ल्यू सामाजिक संगठनों का प्रमुख योगदान रहा।