5 नवंबर 2024, जम्मू।
सुरक्षाबलों को मंगलवार को एक और सफलता हाथ लगी। बंदीपोरा में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में एक आतंकवादी ढेर कर दिया गया है। ऑपरेशन अभी भी जारी है और पूरे इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
सुरक्षाबल
जम्मू कश्मीर में मंगलवार को अलूसा बांदीपोरा के जेत्सुन जंगल क्षेत्र में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रारंभिक गोलीबारी में एक आतंकवादी को ढेर कर दिया गया है। मुठभेड़ जारी है ओर अब बांदीपोरा के चूंटपथरी क्षेत्र में इसका प्रभाव दिखाई दे रहा है। पुलिस बांदीपोरा और 26 असम राइफल्स की संयुक्त टीम इस अभियान में शामिल है। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है। इस बात की आशंका जताई जा रही है कि कुछ और आतंकी इस क्षेत्र में हो सकते हैं।
रविवार को ग्रेनेड से किया था हमला
इससे पहले रविवार को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में एक और आतंकी हमले की घटना सामने आई थी, जब आतंकियों ने संडे बाजार के एक भीड़-भाड़ वाले इलाके में ग्रेनेड से हमला किया था। इस हमले में 12 लोग घायल हो गए थे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादियों ने टीआरसी के पास एक भरे बाजार में ग्रेनेड फेंका था, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
सुरक्षा बलों ने भी अब बदली है अपनी रणनीति
आतंकी हमलों की बढ़ती घटनाओं ने न केवल स्थानीय निवासियों, बल्कि पर्यटकों और व्यापारियों में भी डर और अनिश्चितता का माहौल बना दिया है। सुरक्षा बलों द्वारा इन हमलों से निपटने के लिए कठोर कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन इस प्रकार की घटनाएं क्षेत्र में तनाव का कारण बनी हुई हैं।
लोगों का मुख्यधारा में शामिल होना, पाक और आतंकियों को खल रहा
कश्मीर के लोग मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं। वे देश के साथ चल रहे हैं। चाहे सरकारी योजनाओं का लाभ लेना हो या सरकार के फैसलों से सहमत होना हो। हर जगह कश्मीरी देश के लोकतंत्र और सांविधानिक तरीके से होने वाले कार्यों में शामिल हो रहे हैं। चुनावों में 80 फीसदी मतदान कर कश्मीर के लोगों ने खुद को देश का हिस्सा साबित किया है। पाकिस्तान इसी की खुन्नस निकाल रहा है। कश्मीरियों को डराने का प्रयास कर रहा है। रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि श्रीनगर में आतंकी हमले बढ़ना इसका एक बड़ा कारण है। यही नहीं, आतंकी वारदातों में स्थानीय आतंकियों का न होना भी पाकिस्तान को चुभ रहा है। इसलिए आतंकी वारदातों के लिए पाकिस्तान से आतंकियों को भेजा गया है।पूर्व डीजीपी एसपी वैद का कहना है कि पाकिस्तान हताश और परेशान है। इसका कारण कश्मीरियों का भारत पर बनता विश्वास है।