Oct 27,आगरा।
पुरानी कहावत है की पुलिस रस्सी को सांप बना देती है और कभी सांप को रस्सी। अक्सर असली बरामदगी से कम दिखाने का प्रकरण प्रकाश मे आते है।
परंतु आगरा पुलिस ने तो हद कर दी, ऑनलाइन कंपनी के पिकअप एजेंट के अवैध गोदाम बीते समय मे छापा पड़ा था। इसमे करीब 2200 जोड़ी जूते मिले थे। अब इन जूतों को फुटपाथ पर ढेरी लगा का बेचे जाने की की खबर सुनकर रोहित पॉलिमर्स का मालिक सकते मे या गया।
ऑनलाइन कंपनियों के पिकअप एजेंट्स के अवैध गोदाम से छापे में बरामद 2200 जोड़ी जूतों में से कथित रूप से गायब किए गए 1940 जोड़ी जूते और चप्पलें कमलानगर में फुटपाथ पर ढेर लगाकर बेचे जा रहे थे।
रोहिल पालीमर्स के स्वामी को इसकी भनक लगी तो उन्होंने सिकंदरा थाने की पुलिस को सूचित किया। तत्काल एक्शन में आई पुलिस ने दो ढेरों से लगभग 350 जोड़ी जूते और चप्पलें बरामद कर ली थीं जबकि तीसरी जगह छापेमारी की जा रही है।
रोहिल पॉलीमर्स के मालिक रोहिल अग्रवाल आज सायं उस समय चौंक गए जब उन्हें उन्हीं की फैक्ट्री में काम करने वाले एक कर्मचारी से सूचना मिली कि उनकी कंपनी के जूते कमला नगर में अग्रवाल सेवा सदन के सामने फुटपाथ पर बेचे जा रहे रहे हैं। यह कर्मचारी शॉपिंग के लिए उधर आया हुआ था।
रोहिल समझ गए कि ये वही जूते हैं जो सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र में तीन दिन पहले छापे के दौरान बरामद हुए थे। इन्हीं में से जूते गायब हुए थे।
गायब जूते ठेलों पर बिकने की सूचना मिलने पर रोहिल अग्रवाल ने सिकंदरा थाने में संपर्क किया और सारा वाकया बताया। उधर रोहिल के एक रिश्तेदार ने इस मामले की सूचना अपर पुलिस आयुक्त केशव चौधरी को भी दे दी। सूचना के आधार पर सिकंदरा के प्रभारी नीरज शर्मा ने पुलिस बल संग मौके पर जाकर फुटपाथ पर बेचे जा रहे रोहिल पॉलीमर्स के जूते बरामद कर लिए। मौके पर दो जगहों ऐसी मिलीं, जहां यह जूते बेचे जा रहे थे। एक अन्य स्थान पर भी यह जूते बेचे जाने की सूचना थी, जहां छापा मारने पुलिस गई हुई थी।
बताते चले कि तीन दिन पहले रोहिल अग्रवाल की निशानदेही पर ही यूपीएसआईडीसी पुलिस चौकी इंचार्ज शिवेंद्र सिंह ने सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र के एक गोदाम पर छापा मारा था। मिंत्रा और फ्लिपकार्ट जैसी नामी आनलाइन कंपनियों के आर्डर के पैकेट फैक्टरियों से लाने वाले पिकअप बायज को मौके से कंपनियों के अच्छे क्वालिटी के जूते बदलकर आर्डर के डिब्बों में घटिया अथवा उपयोग किए हुए जूते बदलते हुए रंगे हाथ पकड़ा था।
पुलिस ने मौके से दस लोग पकड़े थे, जिनमें से सात लोगों को यह कहकर छोड़ दिया था कि वे नाबालिग थे। चौकी इंचार्ज ने कागजों में 260 जोड़ी जूतों की बरामदगी दिखाई थी।
दर्शाए गए माल से कहीं अधिक बरामदगी की बात मीडिया में लीक होने पर चौकी इंचार्ज अपने पक्ष में बयान दिलाने के लिए रोहिल अग्रवाल को लेकर डीसीपी सिटी के पास जा पहुंचे थे, लेकिन बिना बुलाए आने पर डीसीपी सिटी ने चौकी इंचार्ज को लताड़ा था।
रोहिल अग्रवाल बीते कल पुलिस के स्तर से कम माल की बरामदगी दर्शाने और सात लोगों को छोड़ने के मामले की जानकारी एडिशनल पुलिस कमिश्नर केशव चौधरी के संज्ञान में ला चुके थे। अपर पुलिस आयुक्त इस मामले की जांच भी करा रहे हैं।