21-10-2024, Agra.
रेडियोथिरेपी विभाग, स. ना. मे. कॉ. आगरा द्वारा ‘ब्रेस्ट कैंसर जागरुकता कार्यक्रम’ का आयोजन नर्सिंग कॉलेज में, बीएससी नर्सिंग स्टूडेंट के लिए किया गया। कार्यक्रम की आयोजक विभागाध्यक्ष रेडियोथिरेपी डॉ. सुरभि गुप्ता ने बताया कि अक्टूबर का माह स्तन कैंसर माह के रूप में मनाया जाता है।
इसी को दृटिगत रखते हुए बीएससी नर्सिंग स्टूडेंटस को स्तन कैंसर के लक्षणों एवं इससे बचाव के बारे में जागरुक करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वीडियो के माध्यम से स्वतः स्तन कैंसर के परीक्षण के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता द्वारा दीप प्रज्वलन करके किया गया। उन्होंने कैंसर के प्रति जागरुकता को ग्रामीण परिवेष में भी फैलाने पर जोर दिया। उन्होंने सभी छात्र, छात्राओं को संबोधित करते हुए बताया कि चिकित्सक का कार्य इलाज के साथ-साथ, बीमारी की रोकथाम के लिए आम जनता को जागरुक करना भी है। उन्होंने सभी छात्राओ से अपने आस-पास भी स्तन कैंसर के प्रति आम लोगों में जागरूकता फैलाने पर ज़ोर दिया। उन्होंने ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग क्लिनिक को शीघ्र ही शुरू करने पर भी ज़ोर दिया।
आन्कोसर्जन डॉ. वरुण अग्रवाल द्वारा बताया गया कि स्तन कैंसर हर चार महिलाओं में से एक महिला स्तन कैंसर से ग्रसित हो रही है एवं हर आठ ग्रसित महिलाओं में से एक महिला इसकी बजह से मौत का षिकार हो रही है। 22 महिलाओं में से एक महिला को उसके पूरी जीवन में स्तन कैंसर होने की संभावना रहती है।उन्होंने बताया अब स्तन कैंसर एक अलार्मिंग अवस्था में आ चुका है इसलिए सभी को इसके बारे में जागरूक होना अनिवार्य है।
डॉ. जूही सिंघल, प्रोफेसर सर्जरी विभाग द्वारा महिलाओं में होने वाली सामान्य ब्रेस्ट समस्या के बारे में प्रकाश डाला गया। उन्होंने बताया कि स्तन में होने वाली हर गाठ कैंसर की नहीं होती। परन्तु अगर कोई भी समस्या अगर 2 सप्ताह से ज्यादा है तो उसकी जांच डॉक्टर से अवष्य करायें। उन्होंने स्तन में होने वाले fibroadenomaऔर उम्र के साथ एवं हार्माेन के साथ होने वाले सामान्य स्तन के बदलाव के बारे में भी बताया। डॉ सुरभि गुप्ता द्वारा बताया गया कि हालाँकि कैंसर एक बढ़ती उम्र की बीमारी मानी जाती थी परंतु अब हर उम्र की महिलायें इसकी चपेट में आ रही हैं । इसलिए स्तन कैंसर के प्रति सतर्कता हर महिला में होनी चाहिए। इसका एक मात्र प्रिवेंशन है – जल्दी पहचान एवं जल्दी इलाज। जल्दी इलाज कराने से मरीज़ के स्तन को तो बचाया ही जा सकता है साथ ही साथ मरीज़ के बिलकुल सही होने की संभावना काफ़ी गुणा बढ़ जाती है।
कार्यक्रम में एक पोस्टर कम्पटीशन भी आयोजित किया गया जिसमें सभी सेमेस्टर के नर्सिंग छात्रायों ने बढ़ चढ़ के प्रतिभाग किया।
निर्णायक मंडल में , डॉ पूजा अग्रवाल, डॉ गीति सिंह एवं डॉ सर्वेश यादव रहें। कार्यक्रम में डॉ ऐशना एवं डॉ ज़रीन का विशेष सहयोग रहा।
शिवानी सिंह , द्वितीय वर्ष छात्रा को प्रथम पुरुस्कार दिया गया ।मनसवनी चौरसिया ,द्वितीय वर्ष छात्रा को द्वितीय एवं अर्चना यादव,तृतीय वर्ष छात्रा को तृतीय पुरुस्कार मिला.
डॉ सीमा यादव , प्राचार्य, नर्सिंग कॉलेज ने धन्यवाद ज्ञापन दिया