आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में मची भगदड़, 6 की मौत
तिरुपति। आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में बुधवार (8 जनवरी) को वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट केंद्रों के पास भगदड़ मचने से 6 लोगों की मौत हो गई। घटना में कई लोग घायल भी हुए हैं। बताया जा रहा है कि वैकुंठ द्वार दर्शन के टोकन वितरण के लिए सुबह से ही करीब 4,000 भक्त कतार में खड़े थे। बैरागी पट्टी पार्क में भक्तों को कतार में लगने की अनुमति देने के बाद यह भगदड़ मच गई।
घटना के बाद आपात बैठक
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड के अध्यक्ष बीआर नायडू इस वक्त आपात बैठक कर रहे हैं। बैठक के बाद वह मीडिया को संबोधित करेंगे। घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने घायलों को बेहतर इलाज सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। सीएम नायडू ने घटना स्थल पर राहत कार्य तेज करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा है।
व्यापक व्यवस्था के दावे पर सवाल
घटना से एक दिन पहले, टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव ने वैकुंठ एकादशी और वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए व्यापक व्यवस्था का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि 10 से 19 जनवरी, 2025 तक सात लाख भक्तों के लिए ठहरने और दर्शन की विशेष व्यवस्था की गई है। इसके बावजूद भगदड़ की घटना ने इन व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सीएम नायडू घायलों से करेंगे मुलाकात
मुख्यमंत्री नायडू ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वह गुरुवार सुबह 10 बजे अस्पताल में जाकर घायलों से मुलाकात करेंगे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार घायलों के इलाज में कोई कमी नहीं रखेगी। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने जानकारी दी कि सीएम समय-समय पर स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा पर जोर
टीटीडी प्रशासन ने कहा कि आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और दर्शन प्रक्रिया को और सुचारु बनाने के लिए विशेष कदम उठाए जाएंगे। इस घटना ने तिरुपति जैसे बड़े धार्मिक स्थल पर भीड़ प्रबंधन की खामियों को उजागर किया है।
यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना न केवल श्रद्धालुओं के लिए बल्कि प्रशासन के लिए भी एक बड़ी सीख है।